अबला या बला ?

नारी क्या है ये …अबला या बला ?

अबला है तो प्यार ही पूजा है, बला है तो आज ये तो कल कोई दूजा है

अबला है तो पति के चरणों में परमेश्वर है, बला है तो परमेश्वर के चरणों में पति है

अबला है तो सावन ही सावन, बला है तो पतझड़ ही पतझड़

अबला है तो सत्कार सेवा सम्मान है, बला है तो मुसीबतों की दुकान है

अबला हो या बला हो वक़्त ने यही बताया है, इसके अंतर्मन को कोई नर समझ न पाया है !


~~ आशीष लाहोटी ( १६ जुलाई २०११ ) ~~